दाह छुपाने को अब हर पल गाना होगा,
हंसने वालों में रहकर मुस्काना होगा,
घूंघट की ओट किसे होगा संदेह कभी,
रतनारे नयनों में एक सपन डूब गया।
किशन सरोज
A sky full of cotton beads like clouds
दाह छुपाने को अब हर पल गाना होगा,
हंसने वालों में रहकर मुस्काना होगा,
घूंघट की ओट किसे होगा संदेह कभी,
रतनारे नयनों में एक सपन डूब गया।
किशन सरोज
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