आज फिर से मैं मुकेश जी और लता मंगेशकर जी के गाये एक और युगल गीत के बोल प्रस्तुत कर रहा हूँ, इस गीत के बोल शैलेन्द्र जी ने लिखे थे| फिल्म ‘मधुमती’ के लिए इसका संगीत तैयार किया था सलिल चौधरी जी ने|
लीजिए प्रस्तुत है लता मंगेशकर जी और मुकेश जी के युगल स्वरों में यह मधुर गीत:

मुकेश : दिल तड़प तड़प के कह रहा है आ भी जा
तू हमसे आँख ना चुरा, तुझे कसम है आ भी जा
तू नहीं तो ये बहार क्या बहार है
गुल नहीं खिले तो तेरा इन्तज़ार है
के तेरा इन्तज़ार है|
दिल तड़प तड़प …
लता: आ आ
दिल धड़क धड़क के दे रहा है ये सदा
तुम्हारी हो चुकी हूँ मैं
तुम्हारे साथ हूँ सदा|
तुमसे मेरी ज़िन्दगी का ये सिंगार है
जी रही हूँ मैं के मुझको तुमसे प्यार है
के मुझको तुमसे प्यार है|
मुकेश: दिल तड़प तड़प के कह रहा है …
मुस्कुरा के प्यार का असर है हर कहीं
दिल कहाँ है हम किधर हैं कुछ खबर नहीं|
किधर है कुछ खबर नहीं|
दिल तड़प तड़प के कह रहा है आ भी जा
तू हमसे आँख ना चुरा, तुझे कसम है आ भी जा|
आज के लिए इतना ही,
नमस्कार
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