
ख़ुदा नहीं न सही, आदमी का ख़्वाब सही,
कोई हसीन नज़ारा तो है नज़र के लिए|
दुष्यंत कुमार
A sky full of cotton beads like clouds
ख़ुदा नहीं न सही, आदमी का ख़्वाब सही,
कोई हसीन नज़ारा तो है नज़र के लिए|
दुष्यंत कुमार
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