
ये दयार-ए-इश्क़ है इसमें सहर,
बस्तियाँ कम कम हैं वीराने बहुत|
महेन्द्र सिंह बेदी ‘सहर’
A sky full of cotton beads like clouds
ये दयार-ए-इश्क़ है इसमें सहर,
बस्तियाँ कम कम हैं वीराने बहुत|
महेन्द्र सिंह बेदी ‘सहर’
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