
जिधर देखो उधर पछुआ का जादू,
सलीबों पर चढ़ीं पुरवाइयां हैं|
सूर्यभानु गुप्त
A sky full of cotton beads like clouds
जिधर देखो उधर पछुआ का जादू,
सलीबों पर चढ़ीं पुरवाइयां हैं|
सूर्यभानु गुप्त
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