
क़ैद होकर और भी ज़िंदाँ में उड़ता है ख़याल,
रक़्स ज़ंजीरों में भी करते हैं आज़ादाना हम|
अली सरदार जाफ़री
A sky full of cotton beads like clouds
क़ैद होकर और भी ज़िंदाँ में उड़ता है ख़याल,
रक़्स ज़ंजीरों में भी करते हैं आज़ादाना हम|
अली सरदार जाफ़री
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