
ये मय-कदा है वो मस्जिद है वो है बुत-ख़ाना,
कहीं भी जाओ फ़रिश्ते हिसाब रखते हैं|
राहत इन्दौरी
A sky full of cotton beads like clouds
ये मय-कदा है वो मस्जिद है वो है बुत-ख़ाना,
कहीं भी जाओ फ़रिश्ते हिसाब रखते हैं|
राहत इन्दौरी
Leave a Reply