
चाँदनी रात मोहब्बत में हसीं थी “फ़ाकिर”,
अब तो बीमार उजालों पे हँसी आती है|
सुदर्शन फ़ाकिर
A sky full of cotton beads like clouds
चाँदनी रात मोहब्बत में हसीं थी “फ़ाकिर”,
अब तो बीमार उजालों पे हँसी आती है|
सुदर्शन फ़ाकिर
Leave a Reply