
अब कोई शनासा भी दिखाई नहीं देता,
बरसों मैं इसी शहर का महबूब रहा हूँ|
मुनव्वर राना
A sky full of cotton beads like clouds
अब कोई शनासा भी दिखाई नहीं देता,
बरसों मैं इसी शहर का महबूब रहा हूँ|
मुनव्वर राना
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