
फेंक आए थे मुझ को भी मिरे भाई कुएँ में,
मैं सब्र में भी हज़रत-ए-अय्यूब रहा हूँ|
मुनव्वर राना
A sky full of cotton beads like clouds
फेंक आए थे मुझ को भी मिरे भाई कुएँ में,
मैं सब्र में भी हज़रत-ए-अय्यूब रहा हूँ|
मुनव्वर राना
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