
मेरी आबला-पाई* उनमें याद अक्सर की जाती है,
काँटों ने इक मुद्दत से देखी थी कोई बरसात कहाँ|
*पैर के छाले
राही मासूम रज़ा
A sky full of cotton beads like clouds
मेरी आबला-पाई* उनमें याद अक्सर की जाती है,
काँटों ने इक मुद्दत से देखी थी कोई बरसात कहाँ|
*पैर के छाले
राही मासूम रज़ा
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