
मैं देखूँ तो सही दुनिया तुम्हें कैसे सताती है,
कोई दिन के लिए अपनी निगहबानी मुझे दे दो|
साहिर लुधियानवी
A sky full of cotton beads like clouds
मैं देखूँ तो सही दुनिया तुम्हें कैसे सताती है,
कोई दिन के लिए अपनी निगहबानी मुझे दे दो|
साहिर लुधियानवी
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