
एक इक कर के हुए जाते हैं तारे रौशन,
मेरी मंज़िल की तरफ़ तेरे क़दम आते हैं|
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
A sky full of cotton beads like clouds
एक इक कर के हुए जाते हैं तारे रौशन,
मेरी मंज़िल की तरफ़ तेरे क़दम आते हैं|
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
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