
हम शौक़ के शोले की लपक भूल भी जाएँ,
वो शम-ए-फ़सुर्दा का धुआँ याद रहेगा|
इब्न-ए-इंशा
A sky full of cotton beads like clouds
हम शौक़ के शोले की लपक भूल भी जाएँ,
वो शम-ए-फ़सुर्दा का धुआँ याद रहेगा|
इब्न-ए-इंशा
Leave a Reply