
आँखों में सुलगती हुई वहशत के जिलौ में,
वो हैरत ओ हसरत का जहाँ याद रहेगा|
इब्न-ए-इंशा
A sky full of cotton beads like clouds
आँखों में सुलगती हुई वहशत के जिलौ में,
वो हैरत ओ हसरत का जहाँ याद रहेगा|
इब्न-ए-इंशा
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