
नफरतों के तीर खाकर, दोस्तों के शहर में,
हमने किस किस को पुकारा, ये कहानी फिर सही|
मसरूर अनवर
आसमान धुनिए के छप्पर सा
नफरतों के तीर खाकर, दोस्तों के शहर में,
हमने किस किस को पुकारा, ये कहानी फिर सही|
मसरूर अनवर