
चाहे गीता बांचिए, या पढ़िए क़ुरआन,
तेरा मेरा प्यार ही, हर पुस्तक का ज्ञान|
निदा फाज़ली
आसमान धुनिए के छप्पर सा
चाहे गीता बांचिए, या पढ़िए क़ुरआन,
तेरा मेरा प्यार ही, हर पुस्तक का ज्ञान|
निदा फाज़ली