
अक्स तो मौजूद था पर अक्स तनहाई का था,
आईना तो था मगर उसमें तेरा चेहरा न था|
अदीम हाशमी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
अक्स तो मौजूद था पर अक्स तनहाई का था,
आईना तो था मगर उसमें तेरा चेहरा न था|
अदीम हाशमी