
ना त-आरूफ़ ना त-अल्लुक हैं मगर दिल अक्सर,
नाम सुनता हैं तुम्हारा तो उछल पड़ता है|
राहत इन्दौरी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
ना त-आरूफ़ ना त-अल्लुक हैं मगर दिल अक्सर,
नाम सुनता हैं तुम्हारा तो उछल पड़ता है|
राहत इन्दौरी