सुनाए कौन! दर्द अपनाता है पराए कौन,कौन सुनता है और सुनाए कौन| जावेद अख़्तर Share this:FacebookTwitterMoreTelegramLike this:Like Loading... Related Published by shri.krishna.sharma View all posts by shri.krishna.sharma
सुनने सुनाने से कहा जाता है
दर्द तो बस दिल से अपनाता है
इससे तो हर शक्स का नाता है
तभी तो खुद ही दवा बन जाता है
बहुत सुंदर जी, धन्यवाद।