
कितनी सच्चाई से मुझसे ज़िन्दगी ने कह दिया,
तू नहीं मेरा, तो कोई दूसरा हो जाएगा|
बशीर बद्र
आसमान धुनिए के छप्पर सा
कितनी सच्चाई से मुझसे ज़िन्दगी ने कह दिया,
तू नहीं मेरा, तो कोई दूसरा हो जाएगा|
बशीर बद्र