
तेरी आँखों से कलियां खिलीं, तेरे आँचल से बादल उड़े,
देख ले जो तेरी चाल को, मोरनी नाचना छोड़ दे|
हसन काज़मी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
तेरी आँखों से कलियां खिलीं, तेरे आँचल से बादल उड़े,
देख ले जो तेरी चाल को, मोरनी नाचना छोड़ दे|
हसन काज़मी