
होंठों से छू लो तुम,
मेरा गीत अमर कर दो|
बन जाओ मीत मेरे,
मेरी प्रीत अमर कर दो|
इंदीवर
आसमान धुनिए के छप्पर सा
होंठों से छू लो तुम,
मेरा गीत अमर कर दो|
बन जाओ मीत मेरे,
मेरी प्रीत अमर कर दो|
इंदीवर
बहुत प्यारा गीत है यह |
बहुत बहुत धन्यवाद जी।