
तेरे बिन, रात के हाथों पे ये तारों के अयाग,
खूबसूरत हैं मगर जहर के प्यालों की तरह|
जां निसार अख़्तर
आसमान धुनिए के छप्पर सा
तेरे बिन, रात के हाथों पे ये तारों के अयाग,
खूबसूरत हैं मगर जहर के प्यालों की तरह|
जां निसार अख़्तर