
एक पगली मेरा नाम जो ले शरमाये भी घबराये भी,
गलियों गलियों मुझसे मिलने आये भी घबराये भी|
मोहसिन नक़वी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
एक पगली मेरा नाम जो ले शरमाये भी घबराये भी,
गलियों गलियों मुझसे मिलने आये भी घबराये भी|
मोहसिन नक़वी