
आने वाली रुत का कितना खौफ है उसकी आंखों में,
जाने वाला दूर से हाथ हिलाए भी, घबराये भी|
मोहसिन नक़वी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
आने वाली रुत का कितना खौफ है उसकी आंखों में,
जाने वाला दूर से हाथ हिलाए भी, घबराये भी|
मोहसिन नक़वी