
हर एक नक़्श तमन्ना का हो गया धुंधला,
हर एक ज़ख़्म मेरे दिल का भर गया यारो|
शहरयार
आसमान धुनिए के छप्पर सा
हर एक नक़्श तमन्ना का हो गया धुंधला,
हर एक ज़ख़्म मेरे दिल का भर गया यारो|
शहरयार