
दो दो शक़्लें दिखती हैं इस बहके से आईने में,
मेरे साथ चला आया है आपका इक सौदाई भी|
गुलज़ार
आसमान धुनिए के छप्पर सा
दो दो शक़्लें दिखती हैं इस बहके से आईने में,
मेरे साथ चला आया है आपका इक सौदाई भी|
गुलज़ार