
पूछ सके तो पूछे कोई रूठ के जाने वालों से,
रोशनियों को मेरे घर का रस्ता कौन बतायेगा|
क़तील शिफ़ाई
आसमान धुनिए के छप्पर सा
पूछ सके तो पूछे कोई रूठ के जाने वालों से,
रोशनियों को मेरे घर का रस्ता कौन बतायेगा|
क़तील शिफ़ाई