
रहा न दिल में वो बेदर्द और दर्द रहा,
मुक़ीम कौन हुआ है मक़ाम किसका था|
दाग़ देहलवी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
रहा न दिल में वो बेदर्द और दर्द रहा,
मुक़ीम कौन हुआ है मक़ाम किसका था|
दाग़ देहलवी