
सारा नगर तो ख्वाबों की मैयत लेकर के श्मशान गया,
दिल की दुकानें बंद पड़ी हैं, पर ये दुकानें खोले कौन|
राही मासूम रज़ा
आसमान धुनिए के छप्पर सा
सारा नगर तो ख्वाबों की मैयत लेकर के श्मशान गया,
दिल की दुकानें बंद पड़ी हैं, पर ये दुकानें खोले कौन|
राही मासूम रज़ा