
ख़ैर मैं प्यासा रहा पर उसने इतना तो किया,
मेरी पलकों की कतारों को वो पानी दे गया|
जावेद अख़्तर
आसमान धुनिए के छप्पर सा
ख़ैर मैं प्यासा रहा पर उसने इतना तो किया,
मेरी पलकों की कतारों को वो पानी दे गया|
जावेद अख़्तर