
हवा खुद अब के हवा के खिलाफ है, जानी,
दिए जलाओ के मैदान साफ़ है, जानी|
राहत इन्दौरी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
हवा खुद अब के हवा के खिलाफ है, जानी,
दिए जलाओ के मैदान साफ़ है, जानी|
राहत इन्दौरी