
सारे मौसम एक उमस के आदी हैं,
छाँव की ख़ुश्बू, धूप का संदल भेजो न|
राहत इन्दौरी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
सारे मौसम एक उमस के आदी हैं,
छाँव की ख़ुश्बू, धूप का संदल भेजो न|
राहत इन्दौरी