
बस्ती बस्ती दहशत किसने बो दी है,
गलियों बाज़ारों की हलचल भेजो न|
राहत इन्दौरी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
बस्ती बस्ती दहशत किसने बो दी है,
गलियों बाज़ारों की हलचल भेजो न|
राहत इन्दौरी
beautiful lines
Thanks a lot ji.