
मुझे हादिसों ने सजा-सजा के, बहुत हसीन बना दिया,
मेरा दिल जैसे दुल्हन का हाथ हो, मेहन्दियों से रचा हुआ।
बशीर बद्र
आसमान धुनिए के छप्पर सा
मुझे हादिसों ने सजा-सजा के, बहुत हसीन बना दिया,
मेरा दिल जैसे दुल्हन का हाथ हो, मेहन्दियों से रचा हुआ।
बशीर बद्र