
मैदाँ की हार-जीत तो क़िस्मत की बात है,
टूटी है जिसके हाथ में तलवार देखना |
निदा फ़ाज़ली
आसमान धुनिए के छप्पर सा
मैदाँ की हार-जीत तो क़िस्मत की बात है,
टूटी है जिसके हाथ में तलवार देखना |
निदा फ़ाज़ली