
बस एक चुप-सी लगी है, नहीं उदास नहीं,
कहीं पे साँस रुकी है, नहीं उदास नहीं|
गुलज़ार
आसमान धुनिए के छप्पर सा
बस एक चुप-सी लगी है, नहीं उदास नहीं,
कहीं पे साँस रुकी है, नहीं उदास नहीं|
गुलज़ार