
शिष्टाचार भ्रष्टता दोनों—
ने अपने सब द्वैत मिटाए ।
दुर्जन पार लगाता नैया,
सज्जन किसका काम बनाए ।
बालस्वरूप राही
आसमान धुनिए के छप्पर सा
शिष्टाचार भ्रष्टता दोनों—
ने अपने सब द्वैत मिटाए ।
दुर्जन पार लगाता नैया,
सज्जन किसका काम बनाए ।
बालस्वरूप राही