
मैं तो बैठा हूँ दबाये हुये तूफ़ानों को,
तू मेरे दिल के धड़कने का गिला करता है|
क़तील शिफ़ाई
आसमान धुनिए के छप्पर सा
मैं तो बैठा हूँ दबाये हुये तूफ़ानों को,
तू मेरे दिल के धड़कने का गिला करता है|
क़तील शिफ़ाई