
बेलचे लाओ खोलो ज़मीं की तहें,
मैं कहाँ दफ़्न हूँ कुछ पता तो चले|
कैफ़ी आज़मी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
बेलचे लाओ खोलो ज़मीं की तहें,
मैं कहाँ दफ़्न हूँ कुछ पता तो चले|
कैफ़ी आज़मी