अपना तो ज़ख़्म भर गया कब का!

उसका जो हाल है वही जाने,
अपना तो ज़ख़्म भर गया कब का|

जावेद अख़्त

2 Comments

    1. shri.krishna.sharma says:

      हार्दिक धन्यवाद जी।

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