कभी हम भी तुम भी थे आश्ना!

कभी हम में तुम में भी चाह थी कभी हम से तुम से भी राह थी,
कभी हम भी तुम भी थे आश्ना तुम्हें याद हो कि न याद हो|

मोमिन खाँ मोमिन

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