
जो कही गई है मुझ से वो ज़माना कह रहा है,
कि फ़साना बन गई है मिरी बात टलते टलते|
कैफ़ी आज़मी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
जो कही गई है मुझ से वो ज़माना कह रहा है,
कि फ़साना बन गई है मिरी बात टलते टलते|
कैफ़ी आज़मी