
या ये बता कि क्या है मिरा मक़्सद-ए-हयात,
या ज़िंदगी की क़ैद से मुझ को रिहाई दे|
कृष्ण बिहारी नूर
आसमान धुनिए के छप्पर सा
या ये बता कि क्या है मिरा मक़्सद-ए-हयात,
या ज़िंदगी की क़ैद से मुझ को रिहाई दे|
कृष्ण बिहारी नूर