
बुझा दिया है नसीबों ने मेरे प्यार का चाँद। ,
कोई दिया मिरी पलकों पे अब जला न करे|
क़तील शिफ़ाई
आसमान धुनिए के छप्पर सा
बुझा दिया है नसीबों ने मेरे प्यार का चाँद। ,
कोई दिया मिरी पलकों पे अब जला न करे|
क़तील शिफ़ाई