आज एक पुरानी पोस्ट को थोड़ा एडिट करके फिर से शेयर कर रहा हूँ|
नया साल शुरू हो चुका है। यह समय होता था जब हम महसूस करते थे कड़ाके की ठंड, विज़िबिलिटी और गाड़ियों की रफ्तार भी बहुत कम हो जाती थी। आप शायद कहेंगे कि ऐसा तो अभी भी हो रहा है। हाँ मुझे मालूम है कि ऐसा अभी भी होता है और हिंदुस्तान में ही होता है, लेकिन कितना बड़ा देश है ये मेरा हिंदुस्तान, यहाँ गोवा में तो हमें अभी भी ए.सी. चलाना पड़ता है।
इसके बाद मैं आने वाले नए साल की शुभकामनाएं देते हुए, अपने प्रिय गायक मुकेश जी का गाया एक गाना शेयर कर रहा हूँ, फिल्म ‘हम हिंदुस्तानी’ के इस गीत के लेखक हैं – प्रेम धवन जी, संगीतकार- उषा खन्ना जी और इसे सुनील दत्त जी पर फिल्माया गया था। प्रस्तुत है यह गीत-

छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी
नए दौर में लिखेंगे मिल कर नयी कहानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी॥
आज पुरानी जंजीरों को तोड़ चुके हैं
क्या देखे उस मंजिल को जो छोड़ चुके हैं
चाँद के दर पे जा पंहुचा है आज ज़माना
नए जगत से हम भी नाता जोड़ चुके हैं
नया खून है नयी उमंगें, अब है नयी जवानी।
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी॥
हमको कितने ताजमहल हैं और बनाने
कितने और अजन्ता , हमको अभी सजाने
अभी पलटना है रुख कितने दरियाओं का
कितने पर्वत राहों से हैं और हटाने।
नया खून है नयी उमंगें, अब है नयी जवानी।
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी॥
आओ मेहनत को अपना ईमान बनाएं
अपने हाथों से अपना भगवान बनाएं
राम की इस धरती, गौतम की इस भूमि को
सपनो से भी प्यारा हिंदुस्तान बनाएं
नया खून है नयी उमंगें, अब है नयी जवानी।
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी॥
हर जर्रा है मोती आँख उठाकर देखो
मिट्टी में है सोना हाथ बढ़ाकर देखो
सोने की ये गंगा है, चाँदी की जमुना
चाहो तो पत्थर पे धान उगाकर के देखो
नए दौर में लिखेंगे मिल कर नयी कहानी
हम हिंदुस्तानी, हम हिंदुस्तानी।।
आज के लिए इतना ही, नमस्कार।
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