
हमने तमाम उम्र अकेले सफ़र किया,
हम पर किसी ख़ुदा की इनायत नहीं रही|
दुष्यंत कुमार
आसमान धुनिए के छप्पर सा
हमने तमाम उम्र अकेले सफ़र किया,
हम पर किसी ख़ुदा की इनायत नहीं रही|
दुष्यंत कुमार