
हम हैं वो टूटी हुई कश्तियों वाले ‘ताबिश,’
जो किनारों को मिलाते हुए मर जाते हैं|
अब्बास ताबिश
आसमान धुनिए के छप्पर सा
हम हैं वो टूटी हुई कश्तियों वाले ‘ताबिश,’
जो किनारों को मिलाते हुए मर जाते हैं|
अब्बास ताबिश