
कितनी लम्बी ख़ामोशी से गुज़रा हूँ,
उनसे कितना कुछ कहने की कोशिश की|
गुलज़ार
आसमान धुनिए के छप्पर सा
कितनी लम्बी ख़ामोशी से गुज़रा हूँ,
उनसे कितना कुछ कहने की कोशिश की|
गुलज़ार
very nice.
Thanks a lot ji